जमीन विवाद में चली गोली, दो घायल; धमकी व लापरवाही के आरोपों से क्षेत्र में तनाव

शाहजहांपुर, 5 दिसंबर। जलालाबाद थाना क्षेत्र के रूस्तमपुर मोहल्ले में गुरुवार देर रात एक पुराने जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। रात करीब 9 बजे घर के बाहर खड़े जगदीप सिंह पर अज्ञात हमलावरों ने अचानक फायरिंग कर दी। गोली उनके हाथ में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। परिवार के लोग उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुँचे, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।

फायरिंग की आवाज सुनते ही इलाके में हड़कंप मच गया। अफरातफरी के बीच पीड़ित का एक रिश्तेदार भी मौके पर पहुँचते समय अंधेरे में तारों में उलझकर गिर पड़ा और उसका पैर का अंगूठा टूट गया। दोनों घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।

“परिवार खत्म करने की धमकी दी गई थी” — पीड़ित परिवार का आरोप
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। जगदीप सिंह के बेटे अरशदीप सिंह ने बताया कि जमीन को लेकर दूसरा पक्ष लंबे समय से विवाद में है और यह मामला सिविल कोर्ट में विचाराधीन है।

अरशदीप ने दावा किया कि गुरुवार शाम विवादित पक्ष के लोग उनके गांव आए और उन्हें धमकाया। उनका कहना है कि उन्हें सीधे शब्दों में कहा गया—
“खेत खाली करो, नहीं तो पूरे परिवार का सफाया कर देंगे।”

अरशदीप का आरोप है कि धमकी की जानकारी उन्होंने समय रहते पुलिस और उच्चाधिकारियों को दी थी, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। परिवार का कहना है कि यदि पुलिस सक्रिय होती, तो इस घटना को रोका जा सकता था।

पुलिस की कार्यवाही—जांच तेज
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुँची और पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। थाना प्रभारी राजीव तोमर ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मामला जमीन विवाद से संबंधित प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि—
“सभी तथ्यों की गहन जांच की जा रही है, और साक्ष्यों के आधार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

पुलिस ने क्षेत्र में एहतियात बरतते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है और फायरिंग में शामिल हमलावरों की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं।

ग्रामीणों में रोष—प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
घटना के बाद मोहल्ले में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़ित परिवार द्वारा बार-बार शिकायत किए जाने के बावजूद पुलिस ने समय रहते कदम नहीं उठाए, जिसके चलते यह घटना हुई। कई स्थानीय लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि क्षेत्र में लगातार विवाद की स्थिति बनी रहती है, लेकिन प्रशासन तब तक सक्रिय नहीं होता जब तक कोई बड़ा हादसा न हो जाए।

फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन देर रात हुई फायरिंग की इस घटना ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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