जोहानिसबर्ग, 23 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को जोहानिसबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में व्यापार, निवेश, खनन, महत्वपूर्ण खनिज, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और खाद्य सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई।
मुलाकात के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि दोनों नेताओं ने भारत-दक्षिण अफ्रीका साझेदारी के सभी आयामों की समीक्षा की, विशेष रूप से वाणिज्य, संस्कृति, निवेश, प्रौद्योगिकी और कौशल विकास के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया। उन्होंने रामफोसा को जी-20 सम्मेलन की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई भी दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने युवा प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान और लोगों के बीच संबंध बढ़ाने पर भी चर्चा की। बैठक में डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, एआई और महत्वपूर्ण खनिजों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर सहमति हुई।
मोदी ने भारत में दक्षिण अफ्रीकी चीतों के स्थानांतरण के लिए रामफोसा का धन्यवाद किया और उन्हें इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इसके अलावा, दोनों नेताओं ने ‘ग्लोबल साउथ’ देशों की आवाज बुलंद करने पर भी एकमत किया।
प्रधानमंत्री ने आईबीएसए नेताओं की बैठक आयोजित करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की पहल की सराहना की और राष्ट्रपति रामफोसा ने 2026 में भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता के लिए पूर्ण समर्थन दिया।
दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 2023-24 में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 19.25 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। अप्रैल 2000 से सितंबर 2024 के बीच भारतीय निवेश 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का रहा, जो फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, ऑटोमोटिव, बैंकिंग और खनन क्षेत्रों में हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी 21 से 23 नवंबर तक जोहानिसबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं और सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में वैश्विक विकास मानदंडों पर पुनर्विचार और मादक पदार्थ-आतंकवाद गठजोड़ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग की पहल की बात कही।
