लाल किला विस्फोट : आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी एक और कार अल-फलाह विश्वविद्यालय में मिली

चंडीगढ़, 13 नवंबर – दिल्ली में लाल किले के पास हुए शक्तिशाली विस्फोट की जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को एक और अहम सुराग मिला है। गुरुवार को फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय परिसर से संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी एक मारुति ब्रेज़ा कार बरामद की गई। पुलिस ने बताया कि यह वाहन उसी आतंकी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिसका संबंध हालिया लाल किला विस्फोट से है।

फरीदाबाद पुलिस ने बताया, “जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धौज स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय परिसर में खड़ी एक संदिग्ध मारुति ब्रेज़ा कार की जांच शुरू की है।” सूत्रों के मुताबिक, यह वाहन हरियाणा में पंजीकृत है और विश्वविद्यालय की पार्किंग से बरामद हुआ। परिसर में खड़े अन्य कई वाहनों की भी तलाशी ली जा रही है, ताकि उनके स्वामित्व और उपयोगकर्ताओं की पहचान की जा सके।

इससे पहले, सोमवार शाम दिल्ली के लाल किले के पास एक सफेद हुंडई आई20 कार में विस्फोट हुआ था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे। जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने फरीदाबाद के खंडावली गांव से एक लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट बरामद की थी, जो इसी आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी बताई गई।

सूत्रों के अनुसार, बुधवार शाम फोर्ड इकोस्पोर्ट की बरामदगी के बाद बम निरोधक दस्ते ने वाहन का निरीक्षण किया। फरीदाबाद पुलिस ने उस व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है जिसने कथित तौर पर कार को गांव में खड़ा किया था। उसे पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है।

जांच एजेंसियों ने पहले ही सभी पुलिस थानों और सीमा चौकियों को अलर्ट पर रख दिया था। जांच में सामने आया है कि संदिग्धों ने तीन कारें खरीदी थीं — एक सफेद हुंडई आई20, एक लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट और एक मारुति सुजुकी ब्रेज़ा — ताकि आईईडी (विस्फोटक उपकरण) ले जाने और छिपाने के लिए उनका इस्तेमाल किया जा सके।

सूत्रों के मुताबिक, फोर्ड इकोस्पोर्ट डॉ. उमर नबी के नाम पर पंजीकृत थी, जो उस हुंडई आई20 कार को चला रहा था जिसमें लाल किले के पास विस्फोट हुआ। जांच में यह भी सामने आया है कि उमर नबी ने विस्फोट से पहले लाल किला क्षेत्र की टोह लेने के लिए इकोस्पोर्ट कार का उपयोग किया था।

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े एक “सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल” का भंडाफोड़ किया गया था। जांच एजेंसियों ने 2,900 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ जब्त किया और अल-फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े तीन चिकित्सकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया।

बृहस्पतिवार को किए गए डीएनए परीक्षण से यह पुष्टि हुई कि विस्फोट के समय हुंडई आई20 कार डॉ. उमर नबी ही चला रहा था। सुरक्षा एजेंसियां अब अल-फलाह विश्वविद्यालय की भूमिका, उसके कर्मचारियों और परिसर में मिले वाहनों के बीच संभावित संबंधों की गहराई से जांच कर रही हैं।

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