हाजीपुर (बिहार), 16 अक्टूबर — राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित किए जा चुके पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। तेज प्रताप अब अपनी नवगठित पार्टी जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। नामांकन के दौरान वे अपनी दिवंगत दादी की तस्वीर अपने साथ लेकर पहुंचे, जिसे उन्होंने “आशीर्वाद का प्रतीक” बताया।
नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए तेज प्रताप ने कहा, “मैंने महुआ में बहुत काम किया है। जब मैं यहां से विधायक था, तब मैंने एक मेडिकल कॉलेज की मंजूरी दिलाई थी। अगर जनता मुझे फिर से मौका देती है, तो मैं एक इंजीनियरिंग कॉलेज की भी मंजूरी दिलाऊंगा।”
तेज प्रताप 2015 से 2020 तक महुआ सीट से विधायक रहे, लेकिन 2020 में राजद ने उन्हें हसनपुर से टिकट दिया था। अब वह अपने पुराने क्षेत्र में वापसी की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार नई पार्टी और बदले हुए राजनीतिक हालात में।
तेज प्रताप को 25 मई 2025 को उनके पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था। यह कार्रवाई सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक विवादास्पद पोस्ट के बाद हुई थी, जिसमें तेज प्रताप ने कथित तौर पर किसी महिला के साथ संबंध होने की बात स्वीकारी थी। हालांकि बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका खाता हैक कर लिया गया था और पोस्ट को हटा दिया गया।
राजद से निष्कासन के कुछ दिनों बाद तेज प्रताप ने एक नई पार्टी जनशक्ति जनता दल का गठन किया और आरोप लगाया कि उनके और उनके भाई तेजस्वी यादव के बीच दूरी पैदा करने की साजिश रची जा रही है। अब इस नई पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
तेज प्रताप का यह कदम बिहार की राजनीति में दिलचस्प मोड़ ला सकता है, जहां पारिवारिक विवाद और दलगत समीकरणों के बीच सत्ता की लड़ाई और भी तेज हो गई है। महुआ में उनका मुकाबला अब न केवल दूसरे दलों से होगा, बल्कि उन्हें अपने पुराने गढ़ में फिर से भरोसा जीतने की चुनौती भी रहेगी।
