नई दिल्ली, 14 अक्टूबर : जर्मनी की लक्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू की भारतीय इकाई को उम्मीद है कि वर्ष 2030 से पहले उसकी कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। बीएमडब्ल्यू इंडिया के अध्यक्ष एवं सीईओ हरदीप सिंह बरार ने यह जानकारी दी।
बरार ने बताया कि फिलहाल कंपनी की कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत है, जो आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, “हमने इलेक्ट्रिक खंड में अच्छा प्रदर्शन किया है। मौजूदा रफ्तार से हम 2030 से पहले ही 30% के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं, जो सरकार का भी लक्ष्य है।”
बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने जनवरी से सितंबर 2025 के बीच कुल 2,509 इलेक्ट्रिक वाहन (बीएमडब्ल्यू और मिनी) बेचे, जो सालाना आधार पर 246 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार आईएक्स1 रही, जबकि आई7 दूसरे स्थान पर रही।
बरार ने बताया कि कंपनी अपने हर वाहन खंड में इलेक्ट्रिक विकल्प पेश करना चाहती है। इसके साथ ही कंपनी छोटे और मझोले शहरों में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए बिक्री नेटवर्क का भी विस्तार कर रही है।
ग्राहकों के लिए बीएमडब्ल्यू को और किफायती बनाने के उद्देश्य से कंपनी स्वामित्व की लागत कम करने और बेहतर वित्तीय विकल्पों पर भी काम कर रही है।
बीएमडब्ल्यू ने हाल ही में भारत में नई मिनी जॉन कूपर वर्क्स कंट्रीमैन ऑल4 लॉन्च की है, जिसकी कीमत 64.9 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। यह अब तक की सबसे शक्तिशाली मिनी कार बताई जा रही है।
2025 की तीसरी तिमाही में बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने 4,204 इकाइयों की बिक्री के साथ अब तक का सर्वाधिक तिमाही प्रदर्शन दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 21% अधिक है।
