लखीमपुर खीरी जिले के निघासन तहसील क्षेत्र के सिधौना ग्राम पंचायत में जलभराव की समस्या गंभीर होती जा रही है। जानकारी के अनुसार, धान और गन्ने के करीब 500 एकड़ खेतों में लंबे समय से पानी भरा हुआ है, जिससे किसानों की मेहनत और फसल दोनों बर्बादी की कगार पर पहुंच गई हैं। लगातार हो रही बारिश और नालियों की निकासी व्यवस्था ठप होने के कारण खेतों में पानी निकास का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है।
फसलें डूबने से परेशान किसानों ने सोमवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। वे खेतों में उतरे और कपड़े उतारकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि बार-बार शिकायत और गुहार लगाने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो वे सामूहिक रूप से जलसमाधि लेने को मजबूर होंगे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासनिक लापरवाही और जलभराव से हर साल फसलें चौपट होती हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। किसानों ने मांग की कि गांव में तत्काल पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाला जाए और स्थायी जलनिकासी की व्यवस्था की जाए।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि सरकार और प्रशासन उनकी समस्या का समाधान नहीं करेगा तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा। फिलहाल, इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।किसानों की यह चेतावनी सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ा संदेश है कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो ग्रामीण इलाकों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
