माघ मेले में मुलायम सिंह यादव स्मृति शिविर को लेकर विवाद, मेला प्राधिकरण ने जारी किया नोटिस

शिविर लगाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता संदीप यादव को नोटिस जारी

प्रयागराज, 31 दिसंबर । प्रयागराज में संगम की रेती पर तीन जनवरी से शुरू होने जा रहे माघ मेले से पहले ‘श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान’ के शिविर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने इस संस्थान के नाम पर शिविर लगाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता संदीप यादव को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

मेला प्राधिकरण द्वारा 29 दिसंबर को जारी नोटिस में कहा गया है कि माघ मेला क्षेत्र में संस्थान को आवंटित भूमि पर मेले के नियमों के विरुद्ध गैर-धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों की तैयारी की जा रही है। नोटिस के अनुसार, इन कथित गतिविधियों को लेकर मेले में प्रवास कर रहे साधु-संतों ने आपत्ति जताई है।

इस बीच, अपर मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद की ओर से 30 दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे यह नोटिस शिविर स्थल के बाहर चस्पा कर दिया गया। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि संस्था के क्रियाकलाप धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं के विपरीत हैं, जिससे साधु-संतों में असंतोष व्याप्त है। नोटिस में संस्थान से 24 घंटे के भीतर मेला कार्यालय में अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया है।

नोटिस में यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि तय समयसीमा के भीतर जवाब नहीं दिया गया, तो यह माना जाएगा कि संस्थान को इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। ऐसी स्थिति में संस्था को आवंटित भूखंड संख्या SLE6-31 का आवंटन निरस्त करने की अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी शिविर संचालक की होगी।

नोटिस का जवाब देने के बाद सपा नेता और शिविर संचालक संदीप यादव ने कहा कि उन्होंने 24 घंटे के भीतर मेला प्रशासन को लिखित जवाब सौंप दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेला प्रशासन उन्हें किसी भी साधु-संत की लिखित शिकायत दिखाने में असमर्थ रहा है। उनके अनुसार, प्रशासन की शंकाएं पूरी तरह निराधार हैं।

संदीप यादव ने बताया कि वर्ष 2025 के महाकुंभ में इस संस्था की ओर से पहली बार शिविर लगाया गया था, जहां धार्मिक अनुष्ठानों के साथ भंडारा, दूध वितरण और गोवंश पालन जैसे कार्य किए गए थे। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन को यह स्पष्ट आश्वासन दिया गया है कि इस बार भी शिविर में पूरी तरह धार्मिक परंपराओं और नियमों का पालन किया जाएगा।

शिविर में राजनीतिक गतिविधियों के आरोपों को खारिज करते हुए संदीप यादव ने कहा कि यह भाजपा की “कुंठित मानसिकता” का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की लोकप्रियता से घबराकर उनके नाम से लगे शिविर को हटाना चाहती है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव एक बड़े समाजवादी चिंतक और संत स्वभाव के नेता थे और माघ मेले से उनके नाम से जुड़े शिविर को हटाने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होने दिया जाएगा।

गौरतलब है कि महाकुंभ में पहली बार लगाए गए इस शिविर में मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी, जिसके चलते यह शिविर काफी चर्चा में रहा था। अब माघ मेले से पहले जारी नोटिस के बाद यह मामला एक बार फिर राजनीतिक और प्रशासनिक बहस का विषय बन गया है।

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