उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के पांच महीने बाद भी जगदीप धनखड़ को नहीं मिला सरकारी आवास

उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के पांच महीने बाद भी जगदीप धनखड़ को नहीं मिला सरकारी आवास

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर : उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के करीब पांच महीने बाद भी जगदीप धनखड़ को अब तक पूर्व उपराष्ट्रपतियों को मिलने वाला सरकारी आवास उपलब्ध नहीं कराया गया है। उनके करीबी लोगों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस वर्ष संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके कुछ सप्ताह बाद, सितंबर में उन्होंने अपना आधिकारिक आवास ‘उपराष्ट्रपति एन्क्लेव’ खाली कर दिया और दक्षिण दिल्ली के छतरपुर इलाके में एक निजी फार्महाउस में रहने चले गए।

छतरपुर के गदईपुर क्षेत्र में स्थित यह फार्महाउस इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता अभय चौटाला का बताया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, धनखड़ ने 22 अगस्त को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर पूर्व उपराष्ट्रपतियों को मिलने वाले आधिकारिक आवास के आवंटन का अनुरोध किया था। हालांकि, उनके करीबी एक व्यक्ति ने कहा कि अब तक उन्हें वह आवास उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिसके वे पात्र हैं।

नियमों के अनुसार, पूर्व उपराष्ट्रपति को लगभग दो लाख रुपये प्रतिमाह की पेंशन के साथ टाइप-8 सरकारी बंगला, एक निजी सचिव, एक अतिरिक्त निजी सचिव, एक निजी सहायक, एक चिकित्सक, एक नर्सिंग अधिकारी और चार निजी परिचारक उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। वहीं, पूर्व उपराष्ट्रपति के निधन के बाद उनके जीवनसाथी को टाइप-7 सरकारी आवास का अधिकार होता है।

धनखड़ को अब तक सरकारी आवास न मिलने को लेकर संबंधित मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

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