अंबानी ने रिलायंस के लिए एआई घोषणा पत्र पेश किया, कार्यबल की उत्पादकता 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य

अंबानी ने रिलायंस के लिए एआई घोषणा पत्र पेश किया, कार्यबल की उत्पादकता 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मंगलवार को ‘रिलायंस एआई घोषणा पत्र’ का मसौदा पेश किया, जिसमें समूह को कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित उन्नत प्रौद्योगिकी उद्यम में बदलने की महत्वाकांक्षी रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। इस पहल के तहत छह लाख से अधिक कर्मचारियों की उत्पादकता में 10 गुना वृद्धि करने और भारत की अर्थव्यवस्था पर भी 10 गुना प्रभाव डालने का लक्ष्य रखा गया है।

एआई को मानव इतिहास का सबसे प्रभावशाली तकनीकी विकास बताते हुए अंबानी ने कहा कि तेल, दूरसंचार, खुदरा और ऊर्जा जैसे विविध क्षेत्रों में सक्रिय रिलायंस समूह भारत की एआई क्रांति का नेतृत्व करना चाहता है, ठीक उसी तरह जैसे उसने देश के डिजिटल परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभाई थी।

उन्होंने कहा कि रिलायंस का संकल्प ‘हर भारतीय के लिए आसानी से एआई’ उपलब्ध कराना है, जिसमें सुरक्षा, भरोसा और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए सभी व्यवसायों में एआई को गहराई से समाहित किया जाएगा।
अंबानी ने कहा, “रिलायंस में हमने खुद को कृत्रिम मेधा आधारित उन्नत प्रौद्योगिकी कंपनी में बदलने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए रिलायंस एआई घोषणा पत्र का मसौदा तैयार किया गया है, जो हमारी कार्ययोजना का मार्गदर्शक होगा।”

घोषणा पत्र का पहला भाग आंतरिक रूपांतरण पर केंद्रित है, जिसमें एआई को केवल एक तकनीकी परियोजना नहीं, बल्कि काम करने के नए तरीके के रूप में अपनाने पर जोर दिया गया है। इसके तहत परिणामों और ‘एंड-टू-एंड’ कार्यप्रवाह के आधार पर संचालन को पुनर्गठित किया जाएगा, जिसे साझा डिजिटल मंच और मजबूत प्रशासनिक ढांचे का समर्थन मिलेगा।

रिलायंस एआई और एजेंटिक ऑटोमेशन का उपयोग दोहराए जाने वाले कार्यों को समाप्त करने, निर्णय प्रक्रिया को बेहतर बनाने तथा गुणवत्ता और गति बढ़ाने के लिए करेगी, जबकि स्पष्ट मानवीय जवाबदेही बनाए रखी जाएगी।

घोषणा पत्र के दूसरे भाग में इस दृष्टिकोण को भारत के व्यापक एआई रूपांतरण से जोड़ा गया है। अंबानी ने कहा, “जैसे हम एआई के माध्यम से अपने कार्यप्रवाह की गति, दक्षता, गुणवत्ता और परिणामों में 10 गुना सुधार कर सकते हैं, वैसे ही अपने व्यवसायों और परोपकारी पहलों के जरिए भारत पर भी 10 गुना प्रभाव डाल सकते हैं।”

उन्होंने कर्मचारियों से जियो के 50 करोड़ से अधिक उपभोक्ता आधार, देश के सबसे बड़े खुदरा नेटवर्क, ऊर्जा, सामग्री, जीवन विज्ञान, वित्तीय सेवाओं, मीडिया और परोपकार जैसे रिलायंस के विभिन्न व्यवसायों में एआई के उपयोग पर सुझाव देने का आह्वान किया।

अंबानी ने स्वदेशी एआई हार्डवेयर, रोबोटिक्स और क्रॉस-डोमेन अनुप्रयोगों में मौजूद अवसरों की ओर भी इशारा किया, जिससे दक्षता, स्थिरता और तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिल सके।

इस दस्तावेज को नारे के बजाय एक व्यावहारिक कार्य-मार्गदर्शक बताते हुए अंबानी ने सभी कर्मचारियों से 10 से 26 जनवरी के बीच अपने सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि यह घोषणा पत्र ‘नया रिलायंस और नया भारत’ बनाने की साझा प्रतिबद्धता का आधार बनेगा।

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