अंकिता हत्याकांड से जुड़े वीडियो-ऑडियो की जानकारी साझा करें लोग : उत्तराखंड पुलिस

देहरादून, 27 दिसंबर – उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े वीडियो और ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि यदि किसी के पास इस संबंध में कोई साक्ष्य या प्रामाणिक जानकारी हो तो वह जांच एजेंसियों के साथ साझा करे।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. वी. मुरुगेशन ने बताया कि हाल के दिनों में इस प्रकरण से संबंधित कुछ ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनके संबंध में पुलिस द्वारा दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच की जा रही है और जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कानून सम्मत एवं प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. मुरुगेशन ने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति के पास इस हत्याकांड से जुड़ी कोई प्रामाणिक जानकारी, दस्तावेज या अन्य साक्ष्य उपलब्ध हों, तो वे जांच एजेंसियों को उपलब्ध करा सकते हैं।

उन्होंने वर्ष 2022 में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और संवेदनशील घटना बताते हुए कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल प्रभावी कार्रवाई की गई थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने एक वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।

एडीजी ने कहा कि एसआईटी ने घटना में संलिप्त सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया और प्रभावी पैरवी के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि उन्हें किसी भी स्तर पर जमानत न मिल सके। उन्होंने बताया कि विवेचना और मुकदमे की प्रक्रिया के दौरान उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में याचिकाएं दायर कर जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का अनुरोध किया गया था, लेकिन दोनों अदालतों ने एसआईटी जांच को निष्पक्ष, पारदर्शी और विधिसम्मत मानते हुए इसकी आवश्यकता से इनकार कर दिया।

डॉ. मुरुगेशन ने कहा कि निचली अदालत ने इस मामले में तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। उन्होंने यह भी बताया कि विवेचना के दौरान पहले भी पुलिस ने सार्वजनिक रूप से अपील जारी की थी कि यदि किसी के पास मामले से जुड़ी कोई जानकारी या साक्ष्य हों, तो वे उन्हें जांच एजेंसियों के साथ साझा करें।

उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरतेगा और कानून के अनुरूप दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि ताजा विवाद भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी उर्मिला सनावर के हाल में वायरल वीडियो और उनकी राठौर से कथित बातचीत के ऑडियो के बाद पैदा हुआ है। अपने वीडियो में सनावर ने आरोप लगाया है कि अंकिता हत्याकांड में कथित ‘वीआईपी’ ही ‘गट्टू’ नाम का व्यक्ति है। एक अन्य वीडियो में उन्होंने कथित तौर पर ‘गट्टू’ की पहचान भी उजागर की है, जिसके बाद उत्तराखंड की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।

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