लखनऊ, 31 दिसंबर । उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ वर्ष 2025 में विभिन्न मुठभेड़ों में 48 कथित अपराधी मारे गए, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने बुधवार को यहां दी।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में डीजीपी ने 20 मार्च 2017 से 29 दिसंबर 2025 के बीच की पुलिस कार्रवाइयों से जुड़े आंकड़े साझा किए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी।
राजीव कृष्ण ने बताया कि वर्ष 2018 से अब तक पुलिस मुठभेड़ों में कुल 266 अपराधी मारे गए हैं। केवल 2025 में ही पुलिस और अपराधियों के बीच 2,739 मुठभेड़ की घटनाएं हुईं, जिनमें 48 बदमाश मारे गए और 3,153 घायल हुए। उनके अनुसार, पिछले आठ वर्षों की तुलना में 2025 में मारे गए अपराधियों की संख्या सर्वाधिक रही।
आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2025 में मुठभेड़ों के दौरान एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई। डीजीपी द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 और 2021 में 26-26 अपराधी मुठभेड़ों में मारे गए थे। वर्ष 2022 में यह संख्या घटकर 13 रह गई थी, जबकि 2023 में 26 और 2024 में 25 अपराधियों की मौत हुई।
डीजीपी ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में पुलिस ने कुल 16,284 अभियान संचालित किए, जिनमें 266 अपराधी मारे गए और 10,990 घायल हुए। इस अवधि के दौरान 1,783 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि 18 पुलिसकर्मियों की जान गई।
पुलिस मुठभेड़ों को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि ये सभी कार्रवाइयां आत्मरक्षा में और कानून के दायरे में की गईं तथा ये संगठित अपराध और बार-बार अपराध करने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा थीं।
