उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा क्षेत्र स्थित बिल्ली–मारकुंडी खदान में हुए भीषण हादसे ने पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया है। सोमवार को अचानक खदान धंसने से कई मजदूर भीतर फंस गए थे। अब तक 4 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका बनी हुई है। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत NDRF और SDRF को बुलाया, जिन्होंने रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा।
रेस्क्यू टीमों ने बताया कि खदान में कई जगहों पर मलबा इतना सख्त हो चुका है कि मशीनों की सहायता से सावधानीपूर्वक कटिंग करनी पड़ रही है। बचाव दल ने ड्रोन, सेंसर और थर्मल स्कैनिंग तकनीक का भी उपयोग शुरू कर दिया है ताकि जीवित लोगों की पहचान की जा सके।
हादसे के बाद शासन ने अवैध खनन माफिया पर बड़ा एक्शन शुरू किया है। पुलिस ने खनन कंपनी कृष्णा माइनिंग के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। आरोप है कि कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था और कई हिस्सों में अवैध तरीके से खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों से भी जवाब तलब किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख जताया है और संबंधित अधिकारियों को त्वरित राहत व बचाव कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया है।
यह हादसा सोनभद्र के खनन क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन नेटवर्क पर बड़े सवाल खड़े करता है, और उम्मीद है कि इस घटना के बाद प्रदेश में खनन नियमों को और सख्ती से लागू किया जाएगा।
