उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की और प्रदेश में बढ़ते अपराधों तथा आगामी त्योहारों को देखते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। बैठक में साइबर अपराध, सड़क सुरक्षा, महिला सुरक्षा और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता पर खास जोर दिया गया। सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार पर सरकार की “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति आगे भी पहले की तरह ही जारी रहेगी। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही या ढिलाई किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में प्रदेश में तेजी से बढ़ते साइबर फ्रॉड के मामलों पर चिंता जताई गई। मुख्यमंत्री ने साइबर पुलिस को विशेष मॉनिटरिंग सेल सक्रिय रखने, ऑनलाइन ठगी के मामलों में त्वरित कार्रवाई करने और जनता को जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने धार्मिक आयोजनों और त्योहारों के दौरान भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का आदेश दिया।
महिला सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने 1090 वुमेन पावर लाइन, 112 और अन्य हेल्पलाइनों पर आने वाली शिकायतों पर तुरंत रिस्पॉन्स देने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए एंटी-रोमियो स्क्वॉड को और सक्रिय किया जाए तथा संवेदनशील क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
यातायात अव्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने महानगरों में तकनीकी निगरानी को अनिवार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के पलन, दुर्घटनाओं में कमी और बस-अड्डों तथा बाजारों के आसपास जाम रोकने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी की मदद ली जाए।
सीएम योगी की इस समीक्षा बैठक को प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और कड़ा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों को इससे स्पष्ट संदेश मिला है कि शासन की निगरानी लगातार जारी है और हर स्तर पर अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है।
