वायु प्रदूषण को लेकर प्रदर्शन, पुलिसकर्मियों पर ‘पेपर स्प्रे’ इस्तेमाल के आरोप में 22 लोग गिरफ्तार

नयी दिल्ली, 24 नवंबर । राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर इंडिया गेट पर हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हो गई। दिल्ली पुलिस ने सड़क अवरुद्ध करने, सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में कम से कम 22 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार रविवार को प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने हटाए जाने के दौरान पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया।

एक अधिकारी ने बताया, “स्थिति हाथापाई में बदल गई और कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया, जो बेहद असामान्य और गंभीर कार्रवाई है।” उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।

पुलिस ने बताया कि इंडिया गेट निर्धारित विरोध स्थल नहीं है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जंतर-मंतर जाने का सुझाव दिया था, जहां अनुमति लेकर प्रदर्शन किया जा सकता है। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी बैरिकेड पार कर सी-हेक्सागन इलाके को जाम कर बैठ गए, जिससे लगभग एक घंटे तक ट्रैफिक प्रभावित रहा। अधिकारी के अनुसार, ट्रैफिक जाम में फंसे लोग भी प्रदर्शनकारियों से रास्ता खाली करने का अनुरोध कर रहे थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास किया, तो कई प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया, बदसलूकी की और हमला किया। अधिकारी ने बताया कि झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें उपचार के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाना पड़ा। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि सभी आरोपितों की पहचान की जा सके।

प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों द्वारा माओवादी नेता माडवी हिडमा के समर्थन में नारे लगाने के आरोप पर पुलिस ने कहा कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।

वहीं, ‘द दिल्ली कोऑर्डिनेशन कमेटी फॉर क्लीन एयर’ ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली की गंभीर वायु स्थिति सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। समिति ने आरोप लगाया कि सरकार प्रदूषण के मूल कारणों पर काम करने के बजाय केवल जल छिड़काव, क्लाउड सीडिंग और AQI मॉनीटरिंग स्टेशनों के पास छिड़काव जैसे “दिखावटी उपायों” पर निर्भर है। समिति ने कहा कि वायु गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने के बावजूद प्रभावी दीर्घकालिक कदम नहीं उठाए जा रहे।

दिल्ली में खराब होती हवा और उससे उपजे जनअसंतोष के बीच यह मामला अब राज्य प्रशासन और नागरिक समूहों के बीच टकराव का नया बिंदु बन गया है।

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