नई दिल्ली, 10 नवंबर : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम एक कार में जोरदार विस्फोट हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़ी कई कारों में आग फैल गई और कई इमारतों की खिड़कियां टूट गईं।
घटना शाम 6 बजकर 55 मिनट पर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार एक पल में आग के गोले में बदल गई, और इससे उठी लपटों ने पास खड़ी लगभग 7-8 अन्य वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास की भीड़ और इमारतें हिल गईं।
विस्फोट व्यस्त समय पर भीड़भाड़ वाले इलाके में हुआ, जिससे आसपास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई और कई खिड़कियों के शीशे टूट गए। घायलों को लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चांदनी चौक व्यापारी संघ द्वारा साझा किए गए वीडियो में विस्फोट के भयावह दृश्य देखे जा सकते हैं। वीडियो में सड़क और वाहनों पर शव बिखरे हुए नजर आए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट स्थल के पास शवों के अंग बिखरे हुए दिखाई दिए। विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि आईटीओ तक सुनी गई।
दमकल और सुरक्षा कार्रवाई: विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया। आग बुझाने के लिए 10 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं और इलाके की घेराबंदी की गई। दमकल अधिकारियों ने बताया कि आग पर शाम 7.29 बजे तक काबू पा लिया गया। आग में छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटोरिक्शा जलकर खाक हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-एक के पास खड़ी एक कार, संभवत: स्विफ्ट कार, में हुआ। इससे आसपास खड़े वाहनों के परखच्चे उड़ गए और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। चांदनी चौक व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय भार्गव ने बताया कि विस्फोट से पूरी इमारत हिल गई और लोग भागने लगे।
जांच और गिरफ्तारी: यह विस्फोट फरीदाबाद के पास एक कश्मीरी डॉक्टर के किराये के मकान से 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और हथियारों का जखीरा बरामद होने के कुछ घंटे बाद हुआ। हरियाणा पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहयोग से डॉ. मुजम्मिल गनई को गिरफ्तार किया और उसके मकान से विस्फोटक सामग्री, हथियार और टाइमर जब्त किए।
अधिकारियों ने बताया कि यह जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े “सफेदपोश” आतंकवादी मॉड्यूल का हिस्सा है। इस मॉड्यूल के तार कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैले हुए हैं। 15 दिन के अभियान के बाद तीन डॉक्टर सहित आठ लोग गिरफ्तार किए गए और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में फरीदाबाद के डॉ. गनई और लखनऊ की महिला चिकित्सक डॉ. शाहीन शामिल हैं। डॉ. शाहीन की कार से एक एके-47 राइफल भी बरामद हुई।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की टीम घटनास्थल पर जांच में जुटी है और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि विस्फोट के पीछे की साजिश और नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
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