श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं शहादत वर्षगांठ को लेकर राजधानी दिल्ली में तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। सोमवार को लाल किला परिसर में उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्र और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, सिख प्रतिनिधियों तथा आयोजन समिति के सदस्यों ने विस्तृत तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सुरक्षा, व्यवस्थापन और कार्यक्रम स्थल पर सुविधाओं को लेकर व्यापक चर्चा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि इस बार होने वाला आयोजन ऐतिहासिक और भव्य होगा, ताकि देश और दुनिया को गुरु तेग बहादुर के बलिदान का संदेश प्रभावी रूप से पहुँचाया जा सके। कार्यक्रम में विशाल नगर कीर्तन, कीर्तन दरबार, आध्यात्मिक प्रवचन और प्रकाश प्रदर्शनियों का आयोजन प्रस्तावित है। इसके साथ ही लाल किला परिसर को विशेष रोशनी और सांस्कृतिक सजावट से सजाया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विस्तृत योजना तैयार की जा रही है। दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बलों और विशेष सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर कार्यक्रम स्थल पर बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार करने का निर्देश दिया गया है। लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पार्किंग, भीड़ प्रबंधन, मेडिकल सुविधाएँ और यातायात नियंत्रण की तैयारियों की भी समीक्षा की गई।
सिख संगतों और विभिन्न धार्मिक संगठनों ने बताया कि गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत मानव अधिकारों, धार्मिक स्वतंत्रता और मानवता की रक्षा का सर्वोच्च उदाहरण है। सरकार और संगठनों का प्रयास है कि यह समारोह देश की एकता और सद्भाव का संदेश प्रसारित करे।
आयोजन समिति आने वाले दिनों में अंतिम रूपरेखा जारी करेगी, जिसके बाद समारोह का औपचारिक कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।
