लाल किला विस्फोट की जांच में नई प्रगति, पुलिस ने पार्किंग में मौजूद सभी वाहनों का ब्योरा जुटाया

नयी दिल्ली, 15 नवंबर। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार विस्फोट के बाद जांच एजेंसियां घटना से पहले के हर पहलू को खंगालने में जुटी हुई हैं। इस सिलसिले में पुलिस ने उस पार्किंग क्षेत्र में मौजूद सभी वाहनों की विस्तृत सूची तैयार की है, जहां विस्फोट में शामिल हुंदै आई20 कार करीब तीन घंटे तक खड़ी रही थी। अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य घटनाक्रम को क्रमबद्ध रूप में समझना और यह पता लगाना है कि विस्फोटक कार तक कैसे पहुँचा।

सुनहरी मस्जिद पार्किंग क्षेत्र में जिन वाहनों ने विस्फोट से पहले प्रवेश किया था, उन सभी की पंजीकरण संख्या, चालकों की पहचान और वाहन मालिकों का पूरा रिकॉर्ड तैयार कर लिया गया है। जांचकर्ता इन सभी से पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उन्होंने एचआर-26 नंबर की वह आई20 कार देखी थी, जिसे आरोपी डॉ. उमर नबी ने सोमवार को पार्किंग में खड़ा किया था। उस समय कार के आसपास कई अन्य वाहन भी खड़े थे, जिनके चालकों से पूछताछ से पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।

जांच टीम ने इन चालकों को उमर नबी की तस्वीर भी दिखाई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह कार में अकेला था या उसके साथ कोई और भी व्यक्ति मौजूद था। अधिकारियों का मानना है कि पार्किंग में मौजूद अन्य गवाह इस बात का खुलासा कर सकते हैं कि तीन घंटे की अवधि के दौरान कार के आसपास गतिविधि कैसी थी और क्या विस्फोटक वहीं कार के अंदर रखा गया था।

इस बीच, दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत एक नई एफआईआर दर्ज कर व्यापक साजिश की जांच शुरू कर दी है। जबकि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत दर्ज पहले मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी गई है।

जांच का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि गिरफ्तार चिकित्सक डॉ. मुजम्मिल गनई अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों के एक समूह के साथ लगातार संपर्क में था। सूत्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय से जुड़े ऐसे करीब 15 चिकित्सक वर्तमान में लापता हैं। उनके मोबाइल फोन बंद हैं और विश्वविद्यालय जाकर पूछताछ करने पर भी कई लोग गायब मिले। एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या ये सभी संदिग्ध किसी बड़े आतंकवादी मॉड्यूल का हिस्सा हैं।

गौरतलब है कि 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले एक “सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल” का भंडाफोड़ कर 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था और आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके कुछ ही घंटों बाद लाल किला क्षेत्र में हुए धमाके ने राजधानी को दहला दिया था, जिसमें 13 लोगों की मौत और कई घायल हुए थे। जांच एजेंसियां अब इन सभी घटनाओं की कड़ी जोड़ने में लगी हैं और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।

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