लखनऊ, 24 दिसंबर :उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेजिडेंट डॉक्टर पर शादी का झांसा देकर एक महिला चिकित्सक का यौन शोषण करने और उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी डॉक्टर रमीज मलिक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 (धोखे से यौन संबंध), 89 (महिला की सहमति के बिना गर्भपात कराना) और 351 (आपराधिक धमकी) के तहत, साथ ही धर्मांतरण विरोधी कानून की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
प्राथमिकी के अनुसार, पीड़ित महिला चिकित्सक ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने कुछ महीने पहले उससे दोस्ती की और शादी का वादा कर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। महिला का आरोप है कि सितंबर में गर्भवती होने पर आरोपी ने दवाएं देकर जबरन गर्भपात करा दिया।
शिकायतकर्ता के मुताबिक, बाद में उसे पता चला कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और उसने इस वर्ष की शुरुआत में अपनी पत्नी का धर्म परिवर्तन कराया था। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी ने पहले शादी से इनकार किया और बाद में उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। आरोप है कि निजी तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी गई।
पुलिस ने बताया कि यह मामला सितंबर में हुई घटनाओं की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
इस बीच, चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी डॉक्टर को निलंबित कर दिया है और परिसर में उसके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई आंतरिक समिति की सिफारिश पर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। निलंबन अवधि के दौरान आरोपी को शैक्षणिक और आवासीय सुविधाओं से भी वंचित कर दिया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में भी लाया गया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पीड़िता से बातचीत कर उसे न्याय का आश्वासन दिया।
इस बीच, एक छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
