रोहित 2027 विश्व कप की योजना में नहीं, गिल को मिल सकता है तीनों प्रारूपों में कप्तानी का जिम्मा

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर : भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत होता दिख रहा है। कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की जोड़ी ने बड़ा फैसला लेते हुए रोहित शर्मा को एकदिवसीय कप्तानी से हटा दिया है, और सूत्रों के अनुसार, शुभमन गिल को निकट भविष्य में तीनों प्रारूपों का कप्तान बनाए जाने की तैयारी है। यह कदम भारतीय क्रिकेट में भविष्य की योजनाओं और नेतृत्व परिवर्तन का संकेत देता है।

इस निर्णय में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट संस्कृति की झलक देखने को मिली है, जहां टीम सर्वोपरि होती है, न कि व्यक्तिगत रिकॉर्ड या लोकप्रियता। गंभीर और अगरकर की जोड़ी ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया टेस्ट हार के बाद टीम में ठोस बदलाव की जरूरत को महसूस किया और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से यह फैसला लिया।

सूत्रों की मानें तो यह फैसला भारतीय क्रिकेट के एक प्रभावशाली शख्स की सहमति से लिया गया है। इसका पहला पहलू यह है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 विश्व कप की योजनाओं में शामिल नहीं हैं। दूसरा यह कि किसी खिलाड़ी के लिए केवल एक प्रारूप में खेलना अब व्यावहारिक नहीं रहा। तीसरा और सबसे अहम, टीम को अब एक युवा, सभी प्रारूपों में खेलने वाले स्थायी कप्तान की जरूरत है।

रोहित शर्मा की कप्तानी से हटाने का सीधा मतलब है कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हालांकि विराट कोहली की फिटनेस और प्रदर्शन बेहतर रहा है, फिर भी चयन समिति को लगता है कि वे भी 2027 तक टीम में बने नहीं रहेंगे।

अगरकर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में संकेत दिए कि रोहित इस फैसले से खुश नहीं हैं। लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, “यह फैसला उनसे बातचीत के बाद ही लिया गया है।” उन्होंने कहा कि, “कभी-कभी टीम के हित में बड़े और समय से पहले फैसले लेने पड़ते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि “अब रोहित और कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों के लिए सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलना थोड़ा असामान्य होगा, क्योंकि यह सबसे कम खेले जाने वाला प्रारूप है।”

शुभमन गिल, जो अबतक के प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित कर चुके हैं, को टी20 विश्व कप के बाद कप्तानी सौंपे जाने की पूरी संभावना है। अगरकर ने कहा, “गिल युवा हैं और उनमें बर्नआउट की संभावना कम है। इंग्लैंड के खिलाफ दबाव में उनका प्रदर्शन शानदार था और वनडे में उनका रिकॉर्ड भी शानदार है।”

अब रोहित और कोहली के लिए अंतरराष्ट्रीय करियर को बनाए रखने की एकमात्र शर्त है—बल्ले से रन बनाना। अगर वे ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो भारतीय क्रिकेट में उनकी विरासत जल्द ही इतिहास बन सकती है।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *