लखनऊ, 17 अक्टूबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में विपक्षी दलों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि ये पार्टियां आज भी अंग्रेजों की “फूट डालो और राज करो” (Divide and Rule) की नीति को ही आगे बढ़ा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विपक्ष समाज को जाति, पंथ और मजहब के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहा है, तब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का संकल्प है – “एक भारत-श्रेष्ठ भारत”।
यह बयान सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला के दौरान दिया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने देश की एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता पर विशेष बल दिया।
विपक्ष पर योगी का हमला
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का मुख्य एजेंडा समाज को बांटकर राजनीतिक लाभ हासिल करना है। उन्होंने कहा,
“ये दल समाज में विभाजन की रेखाएं खींचने का काम कर रहे हैं। इनकी राजनीति जातिवाद, सांप्रदायिकता और क्षेत्रवाद के आधार पर समाज को तोड़ने पर टिकी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के समय अंग्रेजों ने भारत को टुकड़ों में बांटने की साजिश रची थी ताकि यह देश कभी एक न हो सके। लेकिन उस समय सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी अद्वितीय दूरदृष्टि और राजनीतिक इच्छाशक्ति से 560 से अधिक देसी रियासतों का भारत गणराज्य में विलय कराकर इस साजिश को विफल कर दिया।

सरदार पटेल को श्रद्धांजलि
योगी आदित्यनाथ ने सरदार पटेल को “राष्ट्रीय एकता का शिल्पकार” बताते हुए कहा कि देश का जो उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक एकजुट स्वरूप आज दिखाई देता है, वह सरदार पटेल के योगदान का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर साल 31 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है ताकि सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी जा सके।
भाजपा की योजना: ‘रन फॉर यूनिटी’ और ‘एकता पदयात्रा’
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि 31 अक्टूबर को प्रदेशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, एक नवम्बर से 26 नवम्बर तक हर विधानसभा क्षेत्र में 8-10 किलोमीटर लंबी ‘एकता पदयात्रा’ निकाली जाएगी। इस पदयात्रा में समाज के विभिन्न वर्गों को शामिल किया जाएगा, जिनमें सेना के सेवानिवृत्त जवान, किसान, श्रमिक, एनएसएस, एनसीसी, स्काउट-गाइड और भाजपा के अनुषांगिक संगठन प्रमुख रूप से रहेंगे।
पदयात्रा के दौरान हर दो किलोमीटर पर पड़ाव बनाए जाएंगे, जहां समाज से संवाद स्थापित करते हुए एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया जाएगा।
संविधान दिवस और युवाओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि 26 नवम्बर को देशभर में संविधान दिवस मनाया जाएगा, जो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने का अवसर होगा। उन्होंने कहा,
“बाबा साहब ने हमें संविधान देकर सामाजिक न्याय और समानता की राह दिखाई। इसलिए यह दिन युवाओं को उनके योगदान से प्रेरित करने का समय है।”
उन्होंने बताया कि संविधान दिवस के अवसर पर हर जिले से पांच युवा दिल्ली भेजे जाएंगे, जो बाद में गुजरात में आयोजित पदयात्रा में भाग लेंगे। यह यात्रा 26 नवम्बर से 6 दिसम्बर तक चलेगी और युवाओं को सरदार पटेल और बाबा साहब अंबेडकर के विचारों से जोड़ने का कार्य करेगी।
भाजपा का लक्ष्य: ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि भाजपा और केंद्र एवं राज्य सरकारें सरदार पटेल के विजन ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ को साकार करने में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा,
“जब विपक्ष समाज को बांटने की राजनीति कर रहा है, तब हमारी जिम्मेदारी है कि एकता और अखंडता के संदेश को हर गांव और हर विधानसभा तक पहुंचाएं।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनता से अपील की कि वे एकता, अखंडता और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करने के लिए इन आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लें।
