लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के शिक्षकों और स्वच्छता कर्मियों के वेतन और मानदेय में वृद्धि की घोषणा की है। इससे न केवल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि सभी कर्मचारियों को समय पर और उचित भुगतान मिले, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरे और वे अपने कार्य में पूरी निष्ठा से योगदान दे सकें। राज्य सरकार ने छात्रों और युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम और प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन भी बढ़ा दिया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को रोजगार के लिए आवश्यक तकनीकी और व्यावसायिक कौशल सिखाया जा रहा है। शिक्षा और प्रशिक्षण के साथ-साथ इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता की दिशा में प्रोत्साहित करना भी है।शासन ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में निरंतर सुधार से राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। युवाओं को बेहतर शिक्षा और कौशल मिलने से वे नौकरी के लिए तैयार होंगे और स्थानीय उद्योगों और व्यापार में योगदान दे सकेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम प्रदेश में बेरोजगारी को कम करने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
