बेतिया/मोतिहारी (बिहार), 6 नवंबर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को बिहार में चुनावी रैलियों के दौरान कहा कि यह विधानसभा चुनाव राज्य को “घुसपैठियों से मुक्त कराने” और बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से निपटने का चुनाव है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए न केवल देश की नौकरियां छीन रहे हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा हैं।
शाह ने पश्चिम चंपारण और मोतिहारी जिलों में आयोजित सभाओं को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मखाना बोर्ड की स्थापना की, लेकिन अगर ‘लालू एंड कंपनी’ सत्ता में आई, तो वे ‘घुसपैठिए घुसाओ बोर्ड’ बना देंगे।”
उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा-नीतीश कुमार गठबंधन ही “जंगलराज” की वापसी को रोक सकता है। शाह ने कहा, “लालू प्रसाद और राहुल गांधी बिहार में घुसपैठियों का रास्ता साफ करने की कोशिश कर रहे हैं। यह चुनाव नौकरियां छीनने वाले और सुरक्षा के लिए खतरा बने घुसपैठियों से बिहार को बचाने का है।”
राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में “नरसंहार, लूट और बलात्कार की घटनाएं आम थीं,” जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में “बाहुबलियों” के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि “ठगबंधन” (महागठबंधन) सत्ता में आया तो “चंपारण मिनी चंबल में बदल जाएगा।”
शाह ने कहा कि बिहार ने हमेशा अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, “बिहार ने इंदिरा गांधी के भ्रष्टाचार और आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, लेकिन अब कांग्रेस राजद के साथ मिलकर राज्य पर शासन करने की कोशिश कर रही है।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने राजग सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि गठबंधन की सरकार बनी रहने पर चंपारण में नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा, क्षेत्र की बंद चीनी मिलों को सहकारिता मॉडल के तहत फिर से चालू किया जाएगा और थारू समुदाय के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि मोतिहारी में एक नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा और अरेराज स्थित बाबा सोमेश्वरनाथ मंदिर का 100 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
शाह ने जनता से अपील की कि वे बिहार में “विकास और सुरक्षा” के पक्ष में मतदान करें और “लालू-राहुल की जोड़ी” को सत्ता से दूर रखें।
