बिहार के मोकामा-टाल क्षेत्र में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब राष्ट्रीय जनसंघर्ष पार्टी के प्रमुख के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता दूलारचंद यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यादव अपने समर्थकों के साथ प्रचार अभियान में निकले थे, तभी मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने से दूलारचंद यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।टना के बाद स्थानीय लोगों और पार्टी समर्थकों में भारी आक्रोश फैल गया।
उन्होंने सड़कों पर उतरकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। समर्थकों का आरोप है कि यह हत्या राजनीतिक साजिश का नतीजा है, क्योंकि दूलारचंद यादव इलाके में पार्टी की पकड़ मज़बूत कर रहे थे और विरोधी खेमे को यह रास नहीं आया।पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह घटना पुरानी रंजिश और राजनीतिक प्रतिस्पर्धा से जुड़ी प्रतीत हो रही है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी चल रही है।राष्ट्रीय जनसंघर्ष पार्टी के प्रमुख ने इस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “हम अपने साथी की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देंगे। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।” उन्होंने राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
यह हत्या उस समय हुई है जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का प्रचार अपने चरम पर है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना से मोकामा समेत आस-पास के इलाकों में सियासी माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो सकता है, और इसका असर चुनाव परिणामों पर भी पड़ सकता है।
