दिल्ली में हुए हालिया कार विस्फोट के बाद उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर शाम सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें गृह विभाग, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर), एटीएस और खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी संवेदनशील जिलों—गाज़ियाबाद, नोएडा, मेरठ, लखीमपुर खीरी, अयोध्या और वाराणसी—में गश्त और चौकसी को तत्काल बढ़ाया जाए।
योगी ने कहा कि दिल्ली में हुई घटना उत्तर प्रदेश की सुरक्षा से भी जुड़ी है, इसलिए किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों और बाजारों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए। साथ ही, खुफिया तंत्र को सक्रिय करते हुए हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत रिपोर्ट दी जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देशित किया कि जनता में विश्वास बनाए रखने के लिए रात्रि गश्त बढ़ाई जाए और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर तुरंत कार्रवाई हो।
योगी सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि यदि ज़रूरत पड़ी तो केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की मदद ली जाएगी। सरकार का उद्देश्य त्योहारों और सर्दी के मौसम में राज्य में पूरी तरह शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।
