मिर्जापुर में ट्रेन की चपेट में आने से छह महिलाओं की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक

मिर्जापुर, 5 नवंबर — उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में ट्रेन की चपेट में आने से छह महिलाओं की मौत हो गई। अधिकारी के अनुसार सभी महिलाएं कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए मिर्जापुर आई थीं।

उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि हादसा सुबह करीब 9:30 बजे हुआ, जब यात्री चोपन–प्रयागराज एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 13309) से उतरने के बाद प्लेटफॉर्म की ओर जाने के बजाय पटरियों से पार करने लगे। इस दौरान सामने से आ रही नेताजी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12311), जिसका वहां ठहराव नहीं था, ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।

मिर्जापुर के जिलाधिकारी पवन गंगवार ने कहा कि मृतकों में मिर्जापुर की पांच और सोनभद्र की एक महिला शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों ने जल्दबाजी में प्लेटफॉर्म पार करने की कोशिश की, यह सोचकर कि वे जल्दी बाहर निकल जाएंगे, लेकिन वे विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। गंगवार ने पुष्टि की कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है और सभी छह महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।

रेलवे के अनुसार, चोपन–प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या चार पर रुकी थी, लेकिन यात्री फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल करने के बजाय पटरियों से उतरने लगे। मरने वालों की पहचान सविता (37), साधना (16), शिवकुमारी (12), अंजू देवी (20) और कलावती (50) के रूप में हुई है, जबकि एक महिला की पहचान अभी नहीं हो सकी है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने तथा पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल की टीमों को घटनास्थल पर भेजा।

केंद्रीय मंत्री और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “यह हृदय विदारक घटना अत्यंत दुखद है। जिला प्रशासन को तत्काल राहत और सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।”

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी शोक व्यक्त किया तथा पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।

जिलाधिकारी ने कहा कि यह जांच की जा रही है कि क्या प्लेटफॉर्म बदलने की जानकारी यात्रियों तक सही समय पर पहुंचाई गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज की स्थिति असुविधाजनक होने के कारण लोग अक्सर पटरी पार करने को मजबूर हो जाते हैं। प्रशासन ने इस पहलू की भी जांच के आदेश दिए हैं।

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