महाराष्ट्र निकाय चुनाव: गठबंधनों को लेकर असमंजस के बीच नामांकन प्रक्रिया शुरू

महाराष्ट्र निकाय चुनाव: गठबंधनों को लेकर असमंजस के बीच नामांकन प्रक्रिया शुरू

मुंबई। महाराष्ट्र में मुंबई समेत 29 नगर निकायों के बहुप्रतीक्षित चुनावों की प्रक्रिया मंगलवार से नामांकन दाखिल होने के साथ ही औपचारिक रूप से शुरू हो गई। इसके साथ ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं, लेकिन सत्तारूढ़ और विपक्षी खेमों में गठबंधन और सीट-बंटवारे को लेकर असमंजस अब भी बना हुआ है।

राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) आगामी चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। दोनों ही खेमों में लगातार बैठकों का दौर जारी है। कांग्रेस ने 25 और 26 दिसंबर को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाकर चुनावी रणनीति पर मंथन करने का फैसला किया है।

चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर है। 31 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि दो जनवरी को नाम वापस लिए जा सकेंगे। उम्मीदवारों की अंतिम सूची तीन जनवरी को जारी की जाएगी और इसी दिन चुनाव चिह्नों का आवंटन भी होगा। मतदान 15 जनवरी को होगा और मतगणना अगले दिन कराई जाएगी।

इन 29 नगर निकायों की कुल 2,869 सीटों के लिए 3.84 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मुंबई, ठाणे, नासिक, पुणे और नागपुर जैसे प्रमुख नगर निकायों में मुकाबला खासा दिलचस्प माना जा रहा है, जहां महायुति और एमवीए की असली परीक्षा होगी।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले सप्ताह कहा था कि भाजपा और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना अधिकांश नगर निकायों में मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) समेत महायुति के सहयोगी दलों के साथ सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने के प्रयास जारी हैं। हालांकि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के बीच मैत्रीपूर्ण मुकाबले की संभावना जताई गई है।

दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतेज पाटिल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे नगर निकाय चुनाव को लेकर संभावित गठबंधन पर उनसे संपर्क किया है। पाटिल ने बताया कि कांग्रेस पुणे में एमवीए के रूप में चुनाव लड़ने की इच्छुक है और इस संबंध में शिवसेना (उबाठा) तथा राकांपा (एसपी) के साथ तीन बैठकें हो चुकी हैं।

नगर निकाय चुनावों को लेकर राकांपा के दोनों गुटों—शरद पवार और अजित पवार—के बीच संभावित तालमेल को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। राकांपा (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि गठबंधन को लेकर उन्हें कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। उन्होंने यह बयान पार्टी नेता अंकुश काकड़े के उस दावे के बाद दिया, जिसमें कहा गया था कि पुणे में हुई बैठक में दोनों गुटों ने सैद्धांतिक रूप से साथ आने का निर्णय लिया है।

एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (एसपी) शामिल हैं। इस बीच, शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (एसपी) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को भी गठबंधन में शामिल करने के प्रयास कर रहे हैं। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच संभावित गठबंधन को लेकर बुधवार को औपचारिक घोषणा की अटकलें तेज हो गई हैं। शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया पर ठाकरे भाइयों की तस्वीर साझा करते हुए “कल दोपहर 12 बजे” लिखा, जिससे राजनीतिक हलचल और बढ़ गई है।

भाजपा नेता अमित सताम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ठाकरे भाइयों के संभावित गठबंधन का चुनावी नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और मुंबई की जनता भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति के पक्ष में मतदान करने का मन बना चुकी है।

आम आदमी पार्टी (आप) को छोड़कर अधिकांश प्रमुख दल अब तक मुंबई के 227 नगर वार्डों के लिए अपने उम्मीदवारों और गठबंधनों को अंतिम रूप नहीं दे पाए हैं। वहीं, ‘आप’ ने अपने 21 उम्मीदवारों की पहली सूची और 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के नाम शामिल हैं।

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