मप्र के गुना में खाद के लिए लाइन में खड़ी महिला की मौत, भाजपा विधायक ने उठाए सवाल

गुना (मध्यप्रदेश), 27 नवंबर : मध्यप्रदेश के गुना में एक वितरण केन्द्र पर कथित तौर पर खाद के लिए दो दिनों से प्रयासरत 58 वर्षीय एक आदिवासी महिला की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जिले के बागरी खाद वितरण केंद्र पर यह घटना बुधवार देर रात हुई और महिला की पहचान बाद कुशेपुर गांव की भुरिया बाई के रूप में हुई है। मृतका के परिजनों ने बताया कि वह लगातार दो दिन से गोदाम पर खाद के लिए लाइन में लग रही थीं और दिनभर लाइन में रहने के बाद रात में वहीं रुकी थीं।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि तभी उन्हें लगातार उल्टियां होने लगीं और उसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हालांकि गुना के कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि आदिवासी समुदाय से आने वाली यह महिला मधुमेह से पीड़ित थीं।
उन्होंने कहा, “लाइन में लंबे समय तक खड़े रहने के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।”
कन्याल ने पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के साथ कुशेपुर गांव का दौरा किया और पीड़ित महिला के परिजनों से मुलाकात की।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस घटना पर गहरा दुख और पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के निर्देश दिए, वहीं गुना के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक पन्नालाल शाक्य ने खाद वितरण व्यवस्था पर सवाल उठाए और कलेक्टर को कटघरे में खड़ा किया।
सिंधिया के संसदीय क्षेत्र गुना में 52 करोड रुपये की लागत से बनने वाले दो रेलवे ओवर ब्रिजों के शिलान्यास के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाक्य ने कलेक्टर से सवाल किया कि खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें क्यों लग रही हैं।
सिंधिया और कन्याल की मौजूदगी में विधायक ने कहा, “आपकी व्यवस्था कैसी है? क्या महाराज साहब (सिंधिया) को बदनाम करना चाहते हो कि महाराज के क्षेत्र में ऐसा हो रहा है? मैं कभी नहीं चाहूंगा ऐसा। वो महिला वहां तड़पती रही। क्या हुआ उसका? मर गई वो। इसका क्या कारण था? पहले इसका जवाब दिया जाए।”
शाक्य ने आगे कहा, “महाराज साहब (सिंधिया) से माफी मांगता हूं मेरी कोई बात बुरी लगी हो तो लेकिन साहब (कलेक्टर) से तो जवाब हम ही लेंगे। यहां जवाब नहीं दोगे तो विधानसभा में लेंगे।”
हालांकि भाजपा विधायक के सवालों पर न तो सिंधिया ने और ना ही कलेक्टर कन्याल ने कोई प्रतिक्रिया दी। कन्याल को सिंधिया का करीबी अधिकारी माना जाता है।
केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री सिंधिया के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन द्वारा मृतक के परिवार के लिए दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई और रेडक्रॉस के माध्यम से 10,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराई गई।
घटना को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय मंत्री ने पूरी जांच कर जिम्मेदार कर्मचारियों पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

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