बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा-नीत एनडीए ने ऐसा प्रदर्शन किया है जिसे राजनीतिक पर्यवेक्षक ऐतिहासिक बता रहे हैं। शुरुआती रुझानों में गठबंधन आराम से 185 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जिससे स्पष्ट है कि जनता ने इस बार NDA के पक्ष में भारी जनादेश दिया है।
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शाम 6 बजे पटना स्थित भाजपा कार्यालय पहुँचने की सूचना है। माना जा रहा है कि वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी सफलता पर धन्यवाद ज्ञापन करेंगे। यह कार्यक्रम एनडीए की निर्णायक बढ़त को देखते हुए एक औपचारिक विजय संदेश भी माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विकास को केंद्र में रखकर बनाई गई रणनीति, नीतीश कुमार के प्रशासनिक अनुभव और मोदी फैक्टर—इन तीनों ने मिलकर एनडीए को बढ़त दिलाई। महिलाओं और प्रथम-बार वोटरों तक पहुँच बनाने की भाजपा और जेडीयू की संयुक्त कोशिशें भी इस नतीजे में अहम साबित हुईं।
दूसरी ओर, महागठबंधन का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी कमजोर रहा और वे कई प्रमुख सीटों पर संघर्ष भी नहीं कर पाए।
इन नतीजों के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति आने वाले पाँच वर्षों के लिए एक नई दिशा पकड़ चुकी है।
