बिहार चुनाव पर हरिवंश की भविष्यवाणी: “प्रशांत किशोर बना सकते हैं प्रभाव, लेकिन मुकाबला एनडीए-महागठबंधन के बीच”

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। आगामी 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा और 14 नवंबर को परिणाम घोषित होंगे। इस बीच राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू के वरिष्ठ नेता हरिवंश नारायण सिंह ने बिहार की राजनीति और नेताओं पर बड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने खास तौर पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) को लेकर भविष्यवाणी की कि वे इस चुनाव में कुछ सीटें जीत सकते हैं, लेकिन राज्य में मजबूत पैठ बनाने में अभी समय लगेगा।

हरिवंश ने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि प्रशांत किशोर की पार्टी “जन सुराज” कुछ महत्वपूर्ण और उपेक्षित मुद्दों को उठा रही है, जिन्हें पारंपरिक पार्टियों ने नजरअंदाज किया है। उन्होंने जन सुराज की तुलना समाजवादी आंदोलनों से करते हुए कहा कि पीके का दृष्टिकोण वैचारिक रूप से सार्थक है, लेकिन संगठनात्मक मजबूती के लिए समय और जमीनी काम जरूरी है।

हालांकि हरिवंश ने यह भी साफ किया कि इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) और महागठबंधन के बीच ही होगा। लेकिन जन सुराज कुछ सीटों पर चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर कुछ सीटें जीत सकते हैं, मैं यह नहीं कह रहा कि वे नहीं जीतेंगे। जैसे पहले वामपंथी पार्टियां सीमित सीटों पर असर डालती थीं, वैसे ही PK की पार्टी भी असर डाल सकती है।”

नीतीश कुमार की नेतृत्व क्षमता की तारीफ

हरिवंश ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खुलकर तारीफ की और उन्हें बिहार की राजनीति में अप्रतिद्वंद्वी नेता बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का 20 वर्षों का शासन बेदाग रहा है और उनके नेतृत्व में बिहार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय प्रगति की है।

उनका कहना था, “नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है। जो भी नया नेतृत्व सामने आया है, वह नीतीश के विजन और प्रतिबद्धता की बराबरी नहीं कर सकता। उनके परिवार का कोई भी सदस्य भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं रहा, यह अपने आप में बड़ी बात है।”

बिहार में विकास और गरीबी में कमी का श्रेय नीतीश को

हरिवंश ने दावा किया कि कांग्रेस के लंबे शासन के दौरान बिहार देश के सबसे विकास से पिछड़े राज्यों में गिना जाता था, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने तेजी से गरीबी घटाई है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार के आने से पहले, राज्य को ‘लोकतांत्रिक बोझ’ कहा जाता था, लेकिन अब बिहार देश के कई विकसित राज्यों के मुकाबले गरीबी उन्मूलन में आगे है।”

राजद पर निशाना, अपराध का मुद्दा उठाया

हरिवंश ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि 2005 से पहले बिहार अपराध और अराजकता के लिए बदनाम था। “राजद के शासन में बिहार अपराध, अपहरण और लूट का केंद्र बन चुका था। तब की स्थिति इतनी भयावह थी कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया बिहार को ‘फेल्ड स्टेट’ कहता था। नीतीश कुमार ने इस स्थिति को बदलकर बिहार को मुख्यधारा में लाया।”

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