बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज औपचारिक ऐलान किया जा सकता है। निर्वाचन आयोग आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा, जिसमें चुनाव कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, इस बार चुनाव दो चरणों में कराए जाने की संभावना है। खास बात यह है कि पहले चरण का मतदान छठ पर्व (27-28 अक्तूबर) के तुरंत बाद कराया जा सकता है, ताकि प्रवासी मतदाता भी भागीदारी निभा सकें।
निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने हाल ही में बिहार में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की और रविवार को दिल्ली लौट आई। समीक्षा के आधार पर आयोग ने दो चरणों में चुनाव कराने का प्रस्ताव तैयार किया है। माना जा रहा है कि पहले चरण में उत्तर और मध्य बिहार के जिलों को शामिल किया जाएगा जिससे मतदाता भागीदारी बढ़ाई जा सके।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस बार बिहार चुनाव में 17 नई पहलें लागू की जाएंगी। इनमें मतदान केंद्रों पर 100 फीसदी वेबकास्टिंग की व्यवस्था, मोबाइल फोन जमा करने की सुविधा, और 15 दिनों के भीतर पहचान पत्र प्रदान करने जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं।
कुमार ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के माध्यम से 22 वर्षों बाद बिहार की मतदाता सूची को शुद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया पूरी तरह से कानूनी और आवश्यक है। साथ ही, यदि किसी को नाम जोड़ने या हटाने को लेकर आपत्ति है, तो वे जिला मजिस्ट्रेट के पास अपील कर सकते हैं। नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले तक नामों में संशोधन संभव है।
गौरतलब है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, ऐसे में उससे पहले चुनाव कराना संवैधानिक रूप से अनिवार्य है। निर्वाचन आयोग की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं।
