कोलकाता, 14 अक्टूबर : अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं पर तीखा बयान देते हुए कहा है कि उनकी फिटनेस के बारे में जानकारी देना उनका काम नहीं है। रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलने की उपलब्धता ही यह दिखाने के लिए काफी है कि वह पूरी तरह फिट हैं।
शमी को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने कहा था कि उनके पास शमी की फिटनेस को लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शमी ने स्पष्ट कहा, “अपडेट देना या मांगना मेरी जिम्मेदारी नहीं है। मेरा काम सिर्फ एनसीए (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) जाकर तैयारी करना और मैच खेलना है।”
35 वर्षीय शमी ने पिछली बार भारत के लिए जून 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेला था। उसके बाद वह टखने और घुटने की चोटों से जूझते रहे, जिनके लिए उनकी सर्जरी भी हुई।
ईडन गार्डन्स में उत्तराखंड के खिलाफ बंगाल के पहले रणजी मुकाबले की पूर्व संध्या पर शमी ने कहा, “अगर मैं रणजी ट्रॉफी खेल सकता हूं तो निश्चित रूप से मैं 50 ओवर का क्रिकेट भी खेल सकता हूं। मुझे विवाद खड़ा करने की जरूरत नहीं है, लेकिन चयन मेरे हाथ में नहीं है।”
शमी ने कहा कि वह घरेलू क्रिकेट को अब भी पूरी गंभीरता से लेते हैं क्योंकि यह किसी भी खिलाड़ी की असली परीक्षा है। उन्होंने कहा, “मैं दर्द में नहीं खेलना चाहता, न ही टीम को नुकसान पहुंचाना चाहता हूं। मैं ऑपरेशन के बाद वापसी कर रहा हूं और तैयार हूं। जब भी टीम को जरूरत होगी, मैं खेलने को तैयार हूं।”
बंगाल के कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने भी शमी की फिटनेस की पुष्टि करते हुए कहा, “अब वह शत-प्रतिशत फिट हैं और पिछले साल की तुलना में ज्यादा बेहतर स्थिति में हैं।”
शमी के इस बयान ने एक बार फिर चयन प्रक्रिया और खिलाड़ियों के साथ संवाद पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
