कानपुर/फतेहपुर, 29 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक गिरजाघर में प्रार्थना सभा के दौरान कथित अवैध धर्मांतरण के प्रयास के आरोप में एक पादरी और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कुछ समय के लिए इलाके में तनाव की स्थिति बन गई।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला राधा नगर थाना क्षेत्र के देवीगंज इलाके का है, जहां रविवार को एक गिरजाघर में प्रार्थना सभा चल रही थी। इसी दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गिरजाघर के बाहर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि वहां हिंदू महिलाओं को धर्म परिवर्तन के लिए लालच दिया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का दावा था कि महिलाओं को रुपये, रोजगार और बच्चों की मुफ्त शिक्षा का आश्वासन देकर गिरजाघर में बुलाया गया था। उनका यह भी कहना था कि घटना के समय गिरजाघर के अंदर महिलाओं सहित करीब 150 लोग मौजूद थे।
सूचना मिलने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) वीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने पादरी डेविड ग्लैडियन (60) और उनके बेटे अभिषेक ग्लैडियन (30) को हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, पादरी को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन को घेर लिया, जिससे तनाव और बढ़ गया। हालांकि, पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर लगभग तीन घंटे बाद स्थिति को सामान्य कर लिया।
राधा नगर थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मौर्य ने बताया कि स्थानीय निवासी देव प्रकाश पासवान की शिकायत पर उत्तर प्रदेश धर्म संपरिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत पादरी, उसके बेटे और सात अज्ञात लोगों सहित कुल 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उन्हें और अन्य लोगों को रविवार को गिरजाघर बुलाया गया था, जहां प्रार्थना के दौरान हिंदू धर्म की मान्यताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं और उपस्थित लोगों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया। इसके बदले 1,100 रुपये, रोजगार और बच्चों की मुफ्त शिक्षा का लालच दिए जाने का भी आरोप लगाया गया है।
सीओ वीर सिंह ने बताया कि गिरजाघर में आई कुछ महिलाओं के आने के उद्देश्य की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने एहतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
