नई दिल्ली, 21 अक्तूबर — आज पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया, जिस अवसर पर देश के वीर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर आयोजित मुख्य समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाग लिया और शहीद जवानों को नमन किया। उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा में सेना और पुलिस की भूमिका समान है और दोनों का उद्देश्य देश की रक्षा करना है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज जब भारत ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुका है और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर है, तब देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना पहले से कहीं अधिक आवश्यक हो गया है। उन्होंने बताया कि चाहे दुश्मन सीमा पार से आए या देश के भीतर छिपा हो, जो भारत की सुरक्षा के लिए लड़ता है, वह एक ही भावना से प्रेरित होता है।
अपने पूर्व गृह मंत्री कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस बल का कार्य उन्होंने निकट से देखा है। उन्होंने माना कि पुलिस बल को समाज में लंबे समय तक वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। लेकिन वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना कर इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज की पुलिस केवल अपराध से नहीं लड़ रही, बल्कि अपनी छवि से भी जूझ रही है। फिर भी वे न केवल आधिकारिक जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, बल्कि नैतिक कर्तव्यों का भी पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता को आज पुलिस पर भरोसा है कि जरूरत के समय वह उनके साथ खड़ी होती है।
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार ने पुलिस बल को आधुनिक हथियारों और सुविधाओं से लैस किया है ताकि वे हर चुनौती का सामना कर सकें। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और समन्वय की आवश्यकता पर भी बल दिया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “हम अपने पुलिसकर्मियों के साहस को नमन करते हैं और ड्यूटी के दौरान दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को याद करते हैं। उनकी निष्ठा ही देश की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।”
गौरतलब है कि पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्तूबर को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में चीन की सेना के हमले में शहीद हुए 10 भारतीय पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है। इस दिन को पूरे देश में पुलिस बल के योगदान और बलिदान को सम्मान देने के रूप में मनाया जाता है।
