श्रीनगर, 4 नवंबर : कश्मीर घाटी में करीब छह महीने बाद एक बार फिर फिल्म कैमरों की रौनक लौट आई है। दक्षिण कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में तेलुगु फिल्म की शूटिंग शुरू होने के साथ ही आतंकवादी हमले के बाद से प्रभावित पर्यटन उद्योग के लिए यह एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद घाटी में न केवल पर्यटक आवागमन कम हो गया था बल्कि फिल्म निर्माताओं ने भी अपनी शूटिंग योजनाएं स्थगित कर दी थीं। अब हालात सामान्य होने और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के बाद फिल्म निर्माण गतिविधियाँ फिर से शुरू हो गई हैं।
तेलुगु फिल्म निर्देशक विमल कृष्णा, जो “जेस्सी” और “लेडीज एंड जेंटलमैन” जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, अपनी नई कॉमेडी फिल्म की शूटिंग पहलगाम में कर रहे हैं। कृष्णा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कश्मीर अब पूरी तरह से सुरक्षित है और यहां का माहौल फिल्म निर्माण के लिए बेहद अनुकूल है।
उन्होंने कहा, “मैं हर कश्मीरी का धन्यवाद करना चाहता हूं। हम यहां पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि कश्मीर 100 प्रतिशत सुरक्षित है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी सैलानी और फिल्म टीमें घाटी का रुख करेंगी।”
कृष्णा ने बताया कि वे अपनी फिल्म के लिए एक सुंदर लोकेशन की तलाश में थे और कश्मीर उन्हें इसके लिए सबसे उपयुक्त जगह लगी। “मैंने सोचा कि कश्मीर क्यों नहीं? हम जुलाई में लोकेशन देखने आए थे और हमें कोई परेशानी नहीं हुई। सरकार, सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों ने हमें बहुत सहयोग दिया। यहां के लोगों ने हमें अपने परिवार की तरह अपनाया,” उन्होंने कहा।
फिल्म की शूटिंग का पहला चरण पहलगाम में पूरा होने के बाद दल श्रीनगर की ओर रवाना होगा, जहां कुछ महत्वपूर्ण दृश्यों की फिल्मांकन योजना है।
फिल्म यूनिट की मौजूदगी से स्थानीय लोगों और कारोबारियों में भी उत्साह देखा जा रहा है। होटल व्यवसायियों और टैक्सी चालकों का कहना है कि शूटिंग के चलते क्षेत्र में फिर से रौनक लौटने लगी है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने भी उम्मीद जताई है कि इस शूटिंग से कश्मीर की खूबसूरती एक बार फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामने आएगी, जिससे घाटी के पर्यटन और फिल्म उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी।
