धनतेरस 2025: लखनऊ में कारोबार की चमक, महिलाओं की खरीदारी से बाजार गुलजार

लखनऊ (ब्यूरो)। धनतेरस 2025 ने लखनऊ के बाजारों में जबरदस्त रौनक भर दी है। जीएसटी में मिली राहत और लोगों की सकारात्मक खरीदारी प्रवृत्ति के चलते इस बार शहर की तमाम प्रमुख मार्केट्स में व्यापार को नई ऊर्जा मिली है। खासकर महिलाओं की भागीदारी ने सराफा, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर में बिक्री को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।

शुक्रवार दोपहर के बाद से ही हजरतगंज, भूतनाथ, आलमबाग, अमीनाबाद और चौक जैसे बाजारों में महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली। सराफा बाजार में हल्के वजन की ज्वैलरी, खासतौर पर चूड़ियां, पायल और छोटे सेट्स की डिमांड सबसे ज्यादा रही। वहीं, सिल्वर के बर्तन और पूजन सामग्री भी खूब बिकी।

महिलाओं की बढ़ी भागीदारी ने बाजार को दी नई रफ्तार

महिलाओं की खरीदारी में इस बार पारंपरिक आभूषणों के साथ-साथ फैशन, ब्यूटी और टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स का भी समावेश देखा गया। कई महिलाएं निवेश के नजरिए से गोल्ड कॉइन्स, चांदी के सिक्के और म्यूचुअल फंड्स तक के विकल्पों की जानकारी लेती नजर आईं।

कंचन श्रीवास्तव, जो कि गोमतीनगर निवासी हैं, कहती हैं, “धनतेरस सिर्फ खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि यह एक स्मार्ट इन्वेस्टमेंट का मौका है। मैंने इस बार चांदी के बर्तन और एक स्मार्टवॉच खरीदी है।”

ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स में जोरदार ग्रोथ

शहर में ऑटो सेक्टर में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की गई है। डीलर्स के अनुसार, इस बार धनतेरस पर एक ही दिन में 1,000 से अधिक टू-व्हीलर और 300 से ज्यादा फोर-व्हीलर की बिक्री हुई। महिलाओं ने विशेष रूप से स्कूटी, किचन अप्लायंसेज और स्मार्ट गैजेट्स में रुचि दिखाई।

सराफा में 80 करोड़ से ज्यादा कारोबार की उम्मीद

लखनऊ सराफा एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदीश कुमार जैन के अनुसार,
“इस बार ग्राहकों का रिस्पांस काफी अच्छा है। गोल्ड-सिल्वर ज्वैलरी में रुचि बढ़ी है और 80 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की संभावना है।”

प्रदेश अध्यक्ष, संजय गुप्ता (उप्र आदर्श व्यापार मंडल) ने बताया,
“जीएसटी के सरलीकरण का असर हर सेक्टर में देखने को मिल रहा है। कारोबार में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि संभव है।”

कपड़ा मार्केट को ऑनलाइन शॉपिंग से चुनौती

हालांकि, गारमेंट सेक्टर के व्यापारी थोड़े चिंतित नजर आए। ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से बाजार में उतनी तेजी नहीं दिख रही है, जितनी उम्मीद की जा रही थी। फिर भी व्यापारी उम्मीद बनाए हुए हैं कि वीकेंड के चलते शनिवार और रविवार को भीड़ और बिक्री में इजाफा हो सकता है।

कपड़ा व्यापारी राजीव अग्रवाल ने कहा,
“ऑफर्स और छूट के जरिए हम ग्राहकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। भीड़ तो है, लेकिन बिक्री उतनी नहीं जितनी सराफा या ऑटो सेक्टर में देखी जा रही है।”

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *