अयोध्या एक बार फिर रोशनी, आस्था और संस्कृति के अद्भुत संगम की गवाह बनने जा रही है। इस वर्ष दीपोत्सव–2025 का आयोजन पहले से कहीं अधिक भव्य और ऐतिहासिक रूप में किया जाएगा। प्रशासन ने लक्ष्य रखा है कि इस बार सरयू तट और पूरे अयोध्या नगरी में 26 लाख दीये जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और परंपरा का भी प्रतीक बन चुका है।कार्यक्रम की तैयारियाँ पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। राम की पैड़ी, नया घाट, कनक भवन से लेकर पूरी अयोध्या नगरी को दीपमालाओं से सजाया जाएगा। आयोजन के दौरान ड्रोन-लाइट शो, लेजर प्रस्तुति, सांस्कृतिक नृत्य कार्यक्रम और रामायण पर आधारित झांकी प्रदर्शन जैसी आकर्षक गतिविधियाँ भी होंगी। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के इस अवसर पर पहुँचने की उम्मीद है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आयोजन पूरी तरह पर्यावरण-संवेदी और स्वच्छता पर आधारित हो। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव न केवल श्रद्धा का पर्व है, बल्कि यह “नया अयोध्या, नया भारत” की भावना को भी दर्शाता है। आयोजन में स्थानीय कलाकारों और स्वयंसेवी संगठनों की बड़ी भूमिका रहेगी।राज्य सरकार ने सुरक्षा, यातायात और जनसुविधाओं के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से पूरे क्षेत्र की निगरानी होगी। साथ ही, अयोध्या के प्रमुख स्थलों को विद्युत साज-सज्जा और फूलों से सजाया जाएगा।दीपोत्सव–2025 के इस भव्य आयोजन से अयोध्या की पहचान एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में और सशक्त होगी। यह कार्यक्रम न केवल भगवान राम की मर्यादा और आदर्शों का स्मरण कराएगा, बल्कि विश्व को भारतीय संस्कृति की अनंत ज्योति से आलोकित भी करेगा।
