नई दिल्ली, 12 नवंबर — राजधानी दिल्ली में हुए धमाके के बाद राहत और बचाव कार्य पूरे जोरों पर है। घटनास्थल पर दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें लगातार जुटी हुई हैं। अब तक कई घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी संबंधित एजेंसियों और अस्पताल प्रशासन को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। घायलों के उपचार और मुआवज़े के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।”
दिल्ली सरकार ने भी आपात बैठक बुलाकर राहत व्यवस्था की समीक्षा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर कराया जाएगा और मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा दिया जाएगा। अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की विशेष टीमों को 24 घंटे की ड्यूटी पर लगाया गया है।
इस बीच, NDRF और स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है। मलबे को हटाने और आसपास की इमारतों की सुरक्षा जांच का काम जारी है। राहत कर्मियों ने बताया कि कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
घटना के बाद देशभर से संवेदनाओं का सिलसिला जारी है। विपक्षी दलों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि राहत कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद पहुंचाई जाएगी।
