दिल्ली की हवा लगातार दूसरे दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में, पराली जलाने का सबसे बड़ा योगदान

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार दूसरे दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 418 पर पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह स्तर तंदरुस्त लोगों के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है, वहीं श्वसन और हृदय संबंधी रोगों से पीड़ित लोगों पर इसका प्रभाव और भी अधिक होता है।

वायु गुणवत्ता खराब होने में पराली जलाने का सबसे बड़ा योगदान रहा। निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का हिस्सा 22.4 प्रतिशत रहा। शहर के बाहर से आने वाले प्रदूषण का योगदान 15.5 प्रतिशत था। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता मंगलवार को पहली बार ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंची थी, जब औसत एक्यूआई 428 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार स्थिर मौसम और स्थानीय उत्सर्जन की वजह से ‘बेहद खराब’ वायु गुणवत्ता और बिगड़ी है।

सीपीसीबी के वर्गीकरण के अनुसार, एक्यूआई 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। डीएसएस के अनुमानों के मुताबिक, बृहस्पतिवार को पराली जलाने से पीएम 2.5 स्तर में लगभग 10.1 प्रतिशत का योगदान होने की संभावना है, जबकि परिवहन से संबंधित उत्सर्जन 19.3 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।

उपग्रह आधारित आंकड़ों से पता चला है कि मंगलवार को पंजाब में 312, हरियाणा में 72 और उत्तर प्रदेश में 322 खेतों में पराली जलाई गई। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ने चेतावनी दी है कि बृहस्पतिवार से वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रहने की संभावना है।

इस बीच, तापमान में गिरावट जारी रही। बुधवार को न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री कम है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार सुबह हल्का कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है, जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 26 और 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

विशेषज्ञों ने लोगों को घर के अंदर रहकर मास्क पहनने और वायु शुद्धिकरण उपकरणों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। उन्होंने पराली जलाने और वाहनों के अनावश्यक उपयोग से उत्पन्न प्रदूषण को कम करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की भी अपील की है।

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