नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर : दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आईएसआईएस से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से प्लास्टिक बम, पेट्रोल बम, आईईडी टाइमर, आईएसआईएस का झंडा और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। पुलिस का कहना है कि दोनों दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों — एक मॉल और एक सार्वजनिक पार्क — में त्योहारी सीजन के दौरान आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे थे।
अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबू मुहरिब (19), निवासी दिल्ली, और अदनान खान उर्फ अबू मोहम्मद (20), निवासी भोपाल, के रूप में हुई है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि दिल्ली के सादिक नगर स्थित अदनान के घर से तलाशी के दौरान तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए जिनमें आईएसआईएस की प्रचार सामग्री, जिहादी वीडियो, रिमोट से विस्फोट करने की प्रणाली और पेट्रोल बम बनाने के निर्देश मिले।
इसके अलावा, पुलिस ने उसके घर से एक पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, आईएसआईएस का झंडा, वफादारी की शपथ (बैअत) का कपड़ा, और आईईडी टाइमर घड़ी बरामद की। पुलिस का कहना है कि यह बरामदगी दर्शाती है कि आरोपी दिल्ली में बड़ा आतंकी हमला करने की तैयारी में थे।
दूसरे आरोपी अदनान खान को भोपाल एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय थे और आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार करने, जिहादी वीडियो संपादित कर प्रसारित करने तथा युवाओं को भर्ती करने का काम करते थे।
कुशवाहा ने बताया, “खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली और भोपाल में एक साथ छापेमारी की गई। उनकी गिरफ्तारी से दिल्ली में संभावित आतंकी हमले को टालने में सफलता मिली।”
जांच में सामने आया कि मोहम्मद अदनान पहले 2024 में यूपी एटीएस द्वारा यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से आतंकवादी गतिविधियां शुरू कर दीं।
पुलिस के अनुसार, मोहम्मद अदनान ने पूछताछ में बताया कि वह भोपाल के अपने सहयोगी के संपर्क में था और दोनों सीरिया में मौजूद आईएसआईएस सरगना अबू इब्राहिम अल-कुरैशी के निर्देशों पर काम कर रहे थे। उसने स्वीकार किया कि उसने आईएसआईएस खलीफा अबू हफ्स अल-हाशिमी अल-कुरैशी के प्रति वफादारी की शपथ लेते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड कर अपने आका को भेजा था।
इस सुराग के आधार पर भोपाल में 18 अक्टूबर को करोंद क्षेत्र से दूसरे आरोपी अदनान खान को गिरफ्तार किया गया। उसने स्वीकार किया कि वह ऑनलाइन जिहादी सामग्री से कट्टरपंथी बना था और पहले भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करता था, जिनमें ज्ञानवापी केस के जज को धमकाने वाला पोस्ट भी शामिल था।
पुलिस के मुताबिक, दोनों ने आईएसआईएस के निर्देश पर आईईडी बनाने की सामग्री जुटाना शुरू कर दिया था, जिसे दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगाने की योजना थी। जब उनके पुराने सोशल मीडिया चैनल बंद कर दिए गए, तो उन्होंने नए नामों से चैनल बनाकर प्रचार जारी रखा।
दोनों आरोपी मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं। दिल्ली निवासी मोहम्मद अदनान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा का रहने वाला है, जबकि भोपाल का अदनान खान चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई कर रहा था।
पुलिस का कहना है कि दोनों की गिरफ्तारी से आईएसआईएस से जुड़े एक सक्रिय अंतरराज्यीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। मामले की जांच जारी है, ताकि उनके अन्य साथियों और वित्तीय नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
