पटना, 9 अक्टूबर – बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी जन सुराज पार्टी ने गुरुवार को 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में भोजपुरी गायक रितेश रंजन पांडे का नाम प्रमुखता से शामिल है, जो रोहतास जिले के करगहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। वहीं पार्टी के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने 11 अक्टूबर को राघोपुर से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया है। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव का गढ़ माना जाता है।
जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि यह केवल पहली सूची है और आने वाले दिनों में अन्य सीटों के लिए भी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर अगली सूची में किशोर का नाम शामिल होगा, तो इसका मतलब होगा कि वे चुनाव लड़ रहे हैं।

पहली सूची में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर विशेष ध्यान दिया गया है। 51 उम्मीदवारों में से 17 टिकट अत्यंत पिछड़ा वर्ग को, 11 पिछड़ा वर्ग को, लगभग 9 अल्पसंख्यक समुदायों को और शेष सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को दिए गए हैं। पार्टी की इस रणनीति से स्पष्ट है कि वह बिहार की सामाजिक विविधता को ध्यान में रखते हुए चुनावी लड़ाई में उतर रही है।
लिस्ट में कई महत्वपूर्ण और बड़े नाम शामिल हैं। वाल्मीकी नगर से घृत नारायण प्रसाद को टिकट मिला है, जो पहली बार थारू जनजाति के प्रतिनिधि के रूप में चुनाव मैदान में उतरेंगे। इसके अलावा, हरसिद्धि से अवधेश कुमार, सीतामढ़ी से उषा किरण, बेनीपट्टी से मोहम्मद परवेज आलम, निर्मली से राम प्रवेश यादव, सिकटी से रागिब बबलू, कोचाधामन से अबू अफाक फारूख, और सहरसा से किशोर कुमार मुन्ना को टिकट मिला है।
पटना की कुम्हरार सीट से प्रोफेसर केसी सिन्हा, दरभंगा से आर के मिश्रा, गोपालगंज से डॉ. शशीशेखर सिन्हा, भोरे से प्रीति किन्नर (जो तृतीय लिंगी समुदाय से हैं) और आरा से डॉ. विजय कुमार गुप्ता जैसे नाम भी सूची में हैं।
पार्टी अध्यक्ष उदय सिंह ने बताया कि 11 अक्टूबर को राघोपुर से प्रचार अभियान की शुरुआत होगी, जिसमें प्रशांत किशोर खुद मौजूद रहेंगे। हालांकि पहली सूची जारी करते समय किशोर का व्यक्तिगत रूप से शामिल न होना चुनावी रणनीति को लेकर सस्पेंस बढ़ा रहा है।
जन सुराज पार्टी ने स्पष्ट किया है कि यह शुरुआत मात्र है और अगले कुछ दिनों में वे सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे। इस नई पार्टी की यह पहल बिहार की राजनीति में एक नए विकल्प के रूप में देखी जा रही है, जो जाति-धर्म और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए व्यापक सामाजिक समरसता के साथ चुनाव लड़ना चाहती है।
बिहार की राजनीतिक गलियारों में यह बात चर्चा में है कि प्रशांत किशोर की यह नई पार्टी किस हद तक परंपरागत दलों को चुनौती दे पाएगी, खासकर तेजस्वी यादव और राजद के गढ़ राघोपुर में प्रचार अभियान की शुरुआत के साथ। आने वाले दिनों में जन सुराज की गतिविधियां और उम्मीदवारों की पूरी सूची बिहार की राजनीति के पन्नों पर नया रंग भरने वाली हैं।
