लखनऊ: नादरगंज सरोजिनी नगर स्थित कान्हा उपवन गौशाला में बुधवार को गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला में रखरखाव, चारा-पानी, चिकित्सा सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था तथा साफ-सफाई की स्थिति का विस्तृत परीक्षण किया गया। इस मौके पर पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डॉ. सुरेश कुमार, सचिव गौ सेवा आयोग डॉ. प्रतीक सचान, सदस्य आयोग डॉ. मुकेश सिंह सहित गौशाला के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने गौशाला में मौजूद 10,000 से अधिक गौवंशों की देखभाल से संबंधित प्रबंधों का अवलोकन किया। उन्होंने हरे चारे, भूसा, चुनी-चोकर की उपलब्धता, स्वच्छ पेयजल व्यवस्था, जल निकासी प्रणाली तथा ठोस अपशिष्ट निस्तारण प्रक्रिया का जायजा लिया। सीसीटीवी निगरानी, शेड की स्थिति, बीमार गौवंशों के लिए विशेष चिकित्सा व्यवस्था, ईयर टैगिंग, टीकाकरण और शीत ऋतु से बचाव हेतु की गई तैयारियों को भी परखा गया। सभी व्यवस्थाएँ संतोषजनक पाई गईं।
उपाध्यक्ष अतुल सिंह ने गौशाला में की जा रही व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा निराश्रित गौवंशों के संरक्षण व देखभाल के लिए उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान स्वयं गायों को गुड़ खिलाया और गौशाला परिसर में स्थित बायोगैस संयंत्र एवं चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। बायोगैस उत्पादन की प्रक्रिया और शल्य चिकित्सा की सुविधाओं को देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि गौवंश संरक्षण हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। गौशाला द्वारा किए जा रहे प्रयास न सिर्फ गौवंश की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण तथा ऊर्जा उत्पादन में भी योगदान दे रहे हैं। उपाध्यक्ष ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था बनाए रखने के लिए बधाई देते हुए इसे अनुकरणीय बताया।
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने गौशाला परिसर में आम का पौधा भी लगाया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार ने भी सभी व्यवस्थाओं को संतोषजनक बताते हुए कहा कि नगर निगम लखनऊ द्वारा की गई पहल अन्य जिलों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इसके अतिरिक्त, उपाध्यक्ष ने गौ-उत्पाद इकाई का निरीक्षण करते हुए वहां उपलब्ध उत्पादों, उत्पादन प्रक्रिया और उनकी उपयोगिता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कर्मचारियों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि गौशाला की संपूर्ण व्यवस्था सुव्यवस्थित और प्रशंसनीय है।
अतुल सिंह ने कहा कि ऐसी व्यवस्थाएँ न केवल गौवंश के संरक्षण में सहायक हैं, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके इस निरीक्षण ने कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया और बेहतर कार्य के लिए प्रेरित किया।
