गोंडा (उप्र), 5 नवंबर — उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अभिरक्षा में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद बुधवार को हड़कंप मच गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान आरपीएफ जवानों ने युवक की बेरहमी से पिटाई की और उसे करंट लगाकर मार डाला। पुलिस ने इस मामले में आरपीएफ के दो उप निरीक्षकों, एक सिपाही और कुछ अज्ञात जवानों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव निवासी संजय सोनकर (35) के रूप में हुई है। आरपीएफ ने मंगलवार को उसे मालगाड़ी से सरसों का तेल चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
परिजनों का आरोप है कि आरपीएफ के जवानों ने संजय को घर से पकड़ने के बाद मोटरसाइकिल पर कई गांवों में घुमाया और फिर स्टेशन ले जाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की। आरोप है कि पूछताछ के दौरान उसे बिजली के करंट से भी झुलसाया गया। जब उसकी हालत बिगड़ गई तो देर रात उसे गोंडा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की जानकारी मिलने के बाद बुधवार सुबह ग्रामीणों ने मुर्दाघर के बाहर जमकर हंगामा किया और आरोप लगाया कि आरपीएफ के जवान बिना किसी को बताए शव को छोड़कर फरार हो गए। मृतक की बेटी मानसी ने मीडिया से कहा, “मेरे पिता को करंट लगाकर मारा गया, पुलिसवालों ने कोई दया नहीं की।”
आरपीएफ गोंडा के सहायक सुरक्षा आयुक्त महेंद्र प्रसाद दुबे ने कहा कि तेल चोरी के एक मामले में संजय और उसके साले पवन की तलाश थी। पूछताछ के दौरान संजय की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि “पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि होगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
कोतवाली नगर थाना प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि मृतक के भाई राजू सोनकर की तहरीर पर आरपीएफ के दो उप निरीक्षकों, एक सिपाही और अन्य अज्ञात जवानों के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
