उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित विभागों और निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट आदेश दिया कि 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिसंबर 2025 तक हर हाल में पूरा होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति देगी, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक संपर्क और औद्योगिक विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जा रहा है, जो राज्य के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इसके निर्माण के बाद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और मेरठ जैसे बड़े शहरों के बीच यात्रा समय में भारी कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने परियोजना की समीक्षा बैठक में कहा कि कार्य की साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाए और जहां भी भूमि अधिग्रहण या तकनीकी अड़चनें हैं, उन्हें तत्काल दूर किया जाए।योगी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि खाली पड़ी भूमि का पुनः आवंटन कर उस पर औद्योगिक या लॉजिस्टिक पार्क जैसी सुविधाएं विकसित की जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई, तो जिम्मेदार अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास का मेरुदंड बनेगा और इससे लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, साथ ही प्रदेश के निवेश माहौल को भी नई मजबूती मिलेगी।
