नई दिल्ली, 24 दिसंबर । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उन्नाव बलात्कार मामले में दोषी कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा निलंबित किए जाने को निराशाजनक और शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि यह कैसा न्याय है, जिसमें पीड़िता को बार-बार प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है।
उन्नाव मामले की पीड़िता बुधवार को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास ‘10 जनपथ’ पहुंची, जहां उसने राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने पीड़िता की बात सुनी और उसे न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा को अपील लंबित रहने तक निलंबित कर दिया था। अदालत ने कहा कि सेंगर पहले ही सात साल और पांच महीने जेल में बिता चुका है। सेंगर ने दिसंबर 2019 में निचली अदालत द्वारा सुनाए गए फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है। उन्होंने लिखा, “क्या उसकी ‘गलती’ यह है कि वह न्याय के लिए आवाज उठाने की हिम्मत कर रही है? उसके अपराधी को जमानत मिलना बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है, खासकर तब, जब पीड़िता डर के साये में जी रही हो।”
उन्होंने आगे सवाल किया कि “बलात्कारियों को जमानत और पीड़िताओं के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार—यह कैसा न्याय है?” राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि देश न केवल आर्थिक संकट से जूझ रहा है, बल्कि ऐसी घटनाओं के कारण समाज भी अमानवीय होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में असहमति की आवाज उठाना अधिकार है और उसे दबाना अपराध।
राहुल गांधी ने कहा कि पीड़िता को सम्मान, सुरक्षा और न्याय मिलना चाहिए, न कि भय और बेबसी।
हालांकि, सेंगर फिलहाल जेल में ही रहेगा क्योंकि वह पीड़िता के पिता की हिरासत में हुई मौत के मामले में 10 साल की सजा भी काट रहा है और उस मामले में उसे जमानत नहीं मिली है।
