उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विकास, महिला सुरक्षा और प्रशासनिक सुधारों को गति देने के लिए हाल ही में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। इन पहलों का उद्देश्य राज्य में सुशासन, सुरक्षा और सामाजिक विकास सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘विकसित यूपी@2047’ अभियान में अब तक लगभग 27 लाख सुझाव प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 21 लाख सुझाव ग्रामीण क्षेत्रों से आए हैं। इस अभियान के तहत शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थानीय रोजगार जैसे विषय प्रमुखता से उठाए गए हैं। यह पहल राज्य को 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने की दिशा में सहायक मानी जा रही है।
महिला सुरक्षा के क्षेत्र में योगी आदित्यनाथ ने ‘मिशन शक्ति 5.0’ अभियान को बढ़ावा दिया है। इस योजना के तहत लगभग 1.08 लाख मंदिरों, पंडालों और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा की गई। अभियान के दौरान 2,500 से अधिक मामलों में कार्रवाई की गई और करीब 4,000 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस पहल से महिलाओं की सुरक्षा में सुधार हुआ और सामाजिक जागरूकता बढ़ी।
सफाई कर्मचारियों के कल्याण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में कर्मचारियों को सम्मानित किया गया, उनकी मासिक वेतन सीमा ₹16,000 से ₹20,000 तय की गई और उन्हें ₹5 लाख का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया। इससे सफाई कर्मचारियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
प्रशासनिक सुधारों के तहत मुख्यमंत्री ने फील्ड अधिकारियों की नियुक्तियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नए मानक लागू किए हैं। केवल भ्रष्टाचार मुक्त और जनता के प्रति संवेदनशील अधिकारियों को तैनात किया जाएगा, जिससे सरकारी कार्यकुशलता और प्रशासनिक जवाबदेही बढ़ेगी।
इसके अतिरिक्त, दुर्घटनाओं और आपात परिस्थितियों में मुख्यमंत्री ने तत्काल राहत और मुआवजा वितरण सुनिश्चित किया है। मुज़फ़्फ़रनगर सड़क हादसे में मृतकों के परिवारों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि प्रदान की गई।
इन पहलों के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को सुरक्षित, विकसित और समावेशी प्रदेश बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं, जो राज्य के सुशासन और सामाजिक कल्याण को मजबूत करेंगे।
