अमित शाह बोले—एसआईआर मतदाता सूची का शुद्धिकरण, बिहार ने घुसपैठियों के खिलाफ दिया जनादेश

भुज (गुजरात)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कच्छ जिले के भुज में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग की बिहार चुनाव में जीत देश का घुसपैठियों के खिलाफ जनादेश है। उन्होंने कहा कि देश का नागरिक कभी उन दलों का समर्थन नहीं करेगा जो अवैध प्रवासियों के नाम मतदाता सूची में बनाए रखने का प्रयास करते हैं।

शाह ने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को मतदाता सूची का “शुद्धिकरण” बताते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं ताकि घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में बने रहें। उन्होंने दो टूक कहा, “हम इस देश से हर एक घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे। यह हमारा संकल्प है।’’

उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र को सुरक्षित और स्वच्छ रखने के लिए आवश्यक है, क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित करने का अधिकार केवल भारत के नागरिकों को है। शाह ने पश्चिम बंगाल में एसआईआर के विरोध पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि देश कभी भी घुसपैठियों को बचाने की मानसिकता का समर्थन नहीं करेगा।

बीएसएफ को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि बल न सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा कर रहा है बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को दूषित होने से भी बचा रहा है। उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में बीएसएफ की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि संयुक्त प्रयासों से देश जल्द ही नक्सलवाद से मुक्त होगा। शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सल समस्या से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य दोहराया।

उन्होंने बताया कि बीएसएफ अब 193 बटालियन और लगभग 2.76 लाख जवानों के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश की 6,300 किमी से अधिक लंबी सीमाओं की सुरक्षा कर रहा है। शाह ने घोषणा की कि आने वाला वर्ष बीएसएफ कर्मियों के कल्याण और बल के आधुनिकीकरण के लिए समर्पित होगा। साथ ही उन्होंने ई-सीमा सुरक्षा की नई अवधारणा लागू किए जाने की जानकारी भी दी।

समारोह में शाह ने बीएसएफ के शौर्य, बलिदान और अनुकरणीय साहस को नमन करते हुए कहा कि देश अपने जवानों के पराक्रम पर गर्व करता है।

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